उसकी रूह की खूबसूरती देखने की काबिलीयत ही कहाँ उनमेंइसलिए उसकी देह पर वो उँगलीयाँ उठाते हैं।तो न जाने क्यों फिर ये लोग श्याम रंगीमुरली मनोहर के आगेअपना शीश झुकाते हैं।। - Namrata Tomar 🌟
उसकी रूह की खूबसूरती देखने की काबिलीयत ही कहाँ उनमेंइसलिए उसकी देह पर वो उँगलीयाँ उठाते हैं।तो न जाने क्यों फिर ये लोग श्याम रंगीमुरली मनोहर के आगेअपना शीश झुकाते हैं।।
- Namrata Tomar 🌟