दिल के दर्द का हवाला नहीं है
उल्फतों के नसीब उजाला नहीं है
जो देखा और दिखाया गया है
आंखों पे बुना कोई जाला नहीं है
अश्क़ों की एक कहानी बनी है
पर किश्तों में कभी खँगाला नहीं है
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my poetry
(पारस)
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Live and write, read and feel, there's no escape from pain but when we pen it down it beca... read more
Joined 23 December 2021
11 MINUTES AGO
23 MINUTES AGO
खाली है जरा पैमाना बदल दे
दिल का हर तहखाना बदल दे
बदल दे की कहानी बदल जाए
हो सके तो ये जमाना बदल दे
की तुझे होश नहीं है शामियाने की
यूँ झूठमूठ का तू शर्माना बदल दे
खाली है जरा पैमाना बदल दे-
4 MAY AT 21:19
बिन जताए दिल ले उड़ा
था जो अजनबी नाम का
जाने कब बन गया बागबां
की किश्तियां भी ठहर गई
जो उल्फतों का लहर उठा
बना मजनूं कभी रांझा कभी
फिर खुद में रहकर मैं मैं न रहा-
1 MAY AT 2:08
बहा दिया नस काट कर
मोहब्बत तेरी लहू के साथ
वो जो रह गया बेजान सा
न जानूं मैं की कौन था
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30 APR AT 0:04
क्या बदला और क्या मिला दिल को
दिल टूटा हुआ था अब भी टूटा हुआ है
ये उम्रभर की कहानी सुनाओ कभी तुम
सात जन्मों का वादा तो झूठा हुआ है-
17 APR AT 13:43
दर्द लिखा दवा लिखा
महबूब लिखा खुदा लिखा
लिखा बेबसियों को गुलाल
अंधेरों को फिर शिफ़ा लिखा
क्या लिखते हम लिखकर तुम्हें
दिल के हर टुकड़े ने वफ़ा लिखा-