2 MAY 2019 AT 19:07

बात रिश्तों में मर्यादा
और इज़्ज़त की होती है साहब ,
वरना जिसमें सुनने की काबिलियत है
वो बेशक सुना भी सकता है

- धरा "मुक्ता" ✍️