बात रिश्तों में मर्यादा
और इज़्ज़त की होती है साहब ,
वरना जिसमें सुनने की काबिलियत है
वो बेशक सुना भी सकता है- धरा "मुक्ता" ✍️
2 MAY 2019 AT 19:07
बात रिश्तों में मर्यादा
और इज़्ज़त की होती है साहब ,
वरना जिसमें सुनने की काबिलियत है
वो बेशक सुना भी सकता है- धरा "मुक्ता" ✍️