15 DEC 2021 AT 20:11

मुस्कुराहट में तुम्हारी एक कमी सी थी,
वो चमक चेहरे की कहीं गुम सी थी।
हसी में परेशानी छुपा रहे थे तुम,
इस अदाकारी को बखूबी निभा रहे थे तुम।

- Munishradhika