मुक्त होता हैं सुबह शाम से इश्क, एक आहट क्या हुई उनकी आने की, गहरी नींद से जगा करते थे -
मुक्त होता हैं सुबह शाम से इश्क, एक आहट क्या हुई उनकी आने की, गहरी नींद से जगा करते थे
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