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Life in lies or lies in life are parameters of the subconscious mind,either you leave it or you live it -
Life in lies or lies in life are parameters of the subconscious mind,either you leave it or you live it
तंग गलियों से गुज़रते रहे, एक पैगाम के साथ ताउम्र यूं ही निकाल दी हमने, एक नाम के साथ -
तंग गलियों से गुज़रते रहे, एक पैगाम के साथ ताउम्र यूं ही निकाल दी हमने, एक नाम के साथ
मुद्दतों बाद आज फिर एक पैगाम आया है जाने अनजाने ही सही उसके होठों पर मेरा नाम आया है -
मुद्दतों बाद आज फिर एक पैगाम आया है जाने अनजाने ही सही उसके होठों पर मेरा नाम आया है
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पुरानी यादों में खुद को संजोना चाहता हूंबीते लम्हों को याद कर एक बार फिर रोना चाहता हूंनम आंखे अक्सर बयां करती है जज़्बातमैं हल्की सी मुस्कुराहट में एक बार फिर खोना चाहता हूंजब से होश संभाला है थक गया हूं जिंदगी की भागा दौड़ी सेमैं बचपन की तरह एक बार फिर सुकून से सोना चाहता हूं -
पुरानी यादों में खुद को संजोना चाहता हूंबीते लम्हों को याद कर एक बार फिर रोना चाहता हूंनम आंखे अक्सर बयां करती है जज़्बातमैं हल्की सी मुस्कुराहट में एक बार फिर खोना चाहता हूंजब से होश संभाला है थक गया हूं जिंदगी की भागा दौड़ी सेमैं बचपन की तरह एक बार फिर सुकून से सोना चाहता हूं
खैरियत न पूछिए ये दिल जरा कमज़ोर है वक्त नहीं अब वक्त के पास इस वक्त पर किसका ज़ोर है हाल-ए-दिल बयां करूं भी तो किससे सबके चेहरे पर मुखौटा हैजमाने में यही शोर है -
खैरियत न पूछिए ये दिल जरा कमज़ोर है वक्त नहीं अब वक्त के पास इस वक्त पर किसका ज़ोर है हाल-ए-दिल बयां करूं भी तो किससे सबके चेहरे पर मुखौटा हैजमाने में यही शोर है
नम आंखों से याद करते हैं,फिर भुला देते हैं उससे इश्क है इस बात को कुछ इस तरह झूठला देते हैं हमराही ना बन सका वो हमदर्द ही सही चलो उसके तसव्वुर में ही जिंदगी बिता देते हैं -
नम आंखों से याद करते हैं,फिर भुला देते हैं उससे इश्क है इस बात को कुछ इस तरह झूठला देते हैं हमराही ना बन सका वो हमदर्द ही सही चलो उसके तसव्वुर में ही जिंदगी बिता देते हैं
हर मर्तबा मुलाकात अधूरी रही तेरा मुझसे इश्क को मिलना गवारा नहीं शायद -
हर मर्तबा मुलाकात अधूरी रही तेरा मुझसे इश्क को मिलना गवारा नहीं शायद
ऐसे आज़ाद ना कर ,की कैद हो जाऊं -
ऐसे आज़ाद ना कर ,की कैद हो जाऊं