लो आ गई रे पहली बरखा लेकर ठंडी ठंडी फुहारइस प्यासी धरती से करने अपना इज़हारहर एक अंगने में लेकर राहत की बहारलो आ गई रे बरखा लेकर मेरे दिल में अपने प्रिय से मिलन की प्यास बेशुमार - Mayuri Jain
लो आ गई रे पहली बरखा लेकर ठंडी ठंडी फुहारइस प्यासी धरती से करने अपना इज़हारहर एक अंगने में लेकर राहत की बहारलो आ गई रे बरखा लेकर मेरे दिल में अपने प्रिय से मिलन की प्यास बेशुमार
- Mayuri Jain