21 JUN 2018 AT 22:55

लो आ गई रे पहली बरखा लेकर ठंडी ठंडी
फुहार
इस प्यासी धरती से करने अपना
इज़हार
हर एक अंगने में लेकर राहत की
बहार
लो आ गई रे बरखा लेकर मेरे दिल में अपने प्रिय से मिलन की प्यास
बेशुमार

- Mayuri Jain