2 MAY 2021 AT 0:11

लौट जाती है दुनिया गम
हमारा देख कर;

जैसे लौट जाती हैं लहरें
किनारा देखकर:

तुम कंधा ना देना मेरे
जनाजे को;

कहीं फिर से जिंदा ना हो
जाऊँ तेरा सहारा
देखकर।

- manthan's kalam