नाचना ऐसी फैशन हो गई है ।
लोग कहां नाच रहे हैं और कैसे नाच रहे हैं यह भी भूल जाते हैं।
देखो, फिर सभी ऐप में सोशल मीडिया पर दिन-रात लोग नाच रहे हैं।
जैसे पढ़ना लिखना काम करना सब भूल गए हैं।
खो गया है इंसानियत।-
नाचना ऐसी फैशन हो गई है ।
लोग कहां नाच रहे हैं और कैसे नाच रहे हैं यह भी भूल जाते हैं।
देखो-
बचपन से लेकर स्कूल कॉलेज तक कितने सारे दोस्त होते हैं। हमारे फिर सब जुदा होते हैं। कोई आता है कोई जाता है ।
पल भर बातें करते हैं बिछड़ जाते हैं।
वैसे ही आगे जिंदगी में लोग मिलते रहते हैं दूर होते रहते हैं ।
लेकिन बात जब आती है शादी प्यार की तो हम लोग ना दूसरे को गुलाम बनने लगते हैं।
कोई आए कोई जाए ऐसा नहीं करते ।
किसी को कोई जाने नहीं देते ।
अपना गुलाम बना के रखते हैं यह गलत है ।
जो अपना है वह अपने पास ही आएगा ।
जिसे अपने कर्तव्य निभाना हैं उसे जाने देना चाहिए।-
कोई आए कोई जाए ।
इंसान को अपने कर्तव्य होते हैं ।
अपने काम करने होते हैं।
इसलिए सबको अपनी राहों पर जाने देना चाहिए।-
आने वाले का आना हमारे हाथ में नहीं है ।
हमें छोड़कर जाने वाले को हम रोक सकते नहीं।-
स्कूल कॉलेज ऑफिस शादी।
फिर एक शादी और एक शादी कितनी शादी ।
फिर क्या था सच ।
किसी को अपनी खबर नहीं।
सारी दुनिया की खबर लेते हैं लोग ।
लोगों पर इल्जाम लगाते हैं ।
इंसान को अपना खुद का पता नहीं। ,
तन मन वार दिया ,क्या तन मन वार दिया।
वह तो सब हमारी पर्सनालिटी होती है।
हमारे माता-पिता की देन होती है ।
किसी को देना है तो प्यार दो ।इज्जत दो। बुरे वक्त में मदद दो ।
यही हम दे सकते हैं-