"हरिद्वार, ऋषिकेश, रुद्रप्रयाग में मिलना...🤎🌸"
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मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य।"
-गोपालप्रसाद ... read more
वो मेरे एहसास सारे नज़दीक लेकर बैठी है,
ज़िन्दगी जिसकी आस का तस्दीक लेकर बैठी है।
मैं बैठा हूँ उसकी यादों की खुशियाँ लेकर,
और वो मेरी यादों की तकलीफ़ लेकर बैठी है ।।
मुझे लगता है खामियों से भरा पड़ा हूँ मैं,
वो खूबियाँ सारी बिल्कुल ठीक लेकर बैठी है।
तुम आदमी थे जो तुमसे कुछ ना सीखा गया,
वो औरत थी, पैदा होते हर सीख लेकर बैठी है।।
विकास के नाम पर रेत दिया गला क़ुदरत का,
इंसान के थप्पड़ों की दबा अब चीख लेकर बैठी है।
मैं ख़ुद से बाग़ी बाग़ी हो फिर रहा गली शहर,
वो मेरे आँगन आ मुझमें शरीक़ होकर बैठी है।।
इश्क़ है, इश्क़ है, इश्क़ ही तो है...💐😍😍😍
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Kuchh kachhe pakke khwabo ka safar hun main,
Pahle imarat tha, ab khandhar hun main.
Kabhi gaon ki shant dhalti sham me khoya hua hun,
Kabhi Daud bhag me uljha hua shahar hun main..
Yun to Ab meri shakhsiyat me baat wo na rahi,
Fir bhi jo imaan bech ke baithe hain, unse behtar hun main...🤎🌸-
hindi ke shabdkosh ko rachne wale me streetv ka kuch abhaav raha hoga,
ki jab sabse pahle khila hoga, streeling me hi gulaab raha hoga.
purush the wo kaante jo aksar chubhte the chheelne wale hatho ko,
Maa bata na saki hogi kadwa sach isliye unka ye jawab raha hoga.. 🙏
Thanks for inviting ... aapka kad bahot bada h😍😍-
वक़्त मेरा नहीं, इसलिए व्यक्त नहीं हो सकता...
हूँ कर्ज से पिघला मैं सख्त नहीं हो सकता ...-
"कि कहती हो के तुम पर मैं कभी कुछ भी नहीं लिखता,
कि तुम पे कभी कुछ लिख दिया तो अमर हो जाऊंगा लैला।"-
Teri baat gar sach na ho to dua ho jaye,
Tujhe jo sabse zaruri hua, wo ho jaye.
Main khwab ki dahleez par karu tere aane ka intezar,
Mera naseeb ban nikle jo tera chhua ho jaye..❤️🌹-
"आँखें सुंदर हैं, इन पे मस्कारा होना चाहिए,
आपकी तारीफ में शेर करारा होना चाहिए ।"
"माथे पर बिंदी, माँग मेरे नाम की भरी है आपने,
ग़र बात ये हुई है तो अब वक़्त हमारा होना चाहिए।"
"ताश के पत्तों का महल हवा छू भी न पाएगी,
भरोसा करने को इस हद तक सहारा होना चाहिए।"
"ठीक है पहली दफ़ा हमसे हुईं गलतियाँ,
ज़िंदगी बस एक है, मौका दोबारा होना चाहिए।"
"कहने को धूप हो, हो रही तकलीफ भी,
यार कह दे सर्द है, तो सर्द गंवारा होना चाहिए।"
"रहूं हे प्रभु ! सदा तेरा शुक्रगुजार मैं हर जन्म,
मेरे अपने मुझपे नाज़ करें, ये नजारा होना चाहिए। "
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एक साधना है मेरा प्रेम जिसकी तू साधिका है,
मैं कृष्ण हूँ या नहीं तू अवश्य ही राधिका है।
पश्मीना की शॉल सा सर्द रातों में तेरा साथ है,
ये स्वप्न है या सच है, मेरे हाथों में तेरा हाथ है।
इस जीवन की जलधारी में रिस आए हैं प्रेम के पल,
'गलंतिका' सी याद मंदिर में बसी पहली मुलाकात है।
गलंतिका - श्री शिवलिंग के ऊपर की मटकी जिस से जल रिसता है।
Poetry in making...❣️
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