17 JAN 2018 AT 13:07

"ख्वाबों में मंज़िल,
मंज़िल में तुम,
तुम में मैं।
और ख्वाब टूट गये तो
उसी 'तुम' और 'मैं' में
कितना फासला..."

Wrote on 17.1.2001
It's my शेर-ओ-शायरी की anniversary 😋

- Aaina