जहां धर्म एवं जातियों में बंटी जनता, जहां मुफ्त की ख्वाहिश, मुफ्त के बल पर चलती सरकार, वहां कुछ भी कहना अतिश्योक्ति नहीं, अतिश्योक्ति नही कहना उनका, अबकी बार चार सौ पार।
अब छह माह वैधता वाला रिचार्ज कूपन नही आता, जबरदस्ती थोपा जा रहा है मोबाइल डाटा, गरीब रथ,जनशताब्दी रेल गाड़ियों के, अब इंजन एवं डब्बे नही बनते, बातें होती है चहुओर वंदे भारत की, अब हमारे देश में गरीब नही बसते।