आज जब मेरी मुझसे मुलाकात हुई,
तो कागज के कोरे पन्नो से कुछ बात हुई,
वो तैयार बैठे थे कुछ सुनने को,
और हम भी बैठे थे बहुत कुछ सुनाने को...
फिर दिल के दर्द से जो शुरुआत हुई...
आज जब मेरी मुझसे मुलाकात हुई...
बयान करते करते जब स्याही से कागज़ डूबा,
लगा यूं जैसे अल्फाजों की बरसात हुई,
जब मेरी मुझसे मुलाकात हुई...।
- Kainat
21 JUN 2021 AT 17:14