इस जिंदगी में सनम जब से हमे तुम मिल गए!
मानो दिल की बंजर ज़मी पर प्यार के फूल खिल गए!
हमारे दर्द कम हो गए हम मुस्कराने लगे आंसू थम गए!
जब से तुम संग रहने लगे लगने लगा हम तुम तुम हम हो गए!
दोनो ही अनजान थे मिलने से पहले फिर अचानक पास आए!
सोचा रहेंगे दोस्त मगर दोस्त से भी ज्यादा एक दूजे के खास हो गए!
खोई सी थी मेरी ये जिदंगी बेजार बेकार सा लगता था जीना !
तुम्हारे छू लेने से जिदंगी जीने को नए बहाने मिल गए!
ये रात बोहोत प्यारी है और तुम सनम उससे भी प्यारी!
क्योंकि कल साल का सबसे ख़ास दिन हैं तुम्हारा!
तुम लड़ो झगड़ों अच्छा लगता हैं- गुस्सा करो अच्छा लगता हैं!
तुम्हें सताना अच्छा लगता है - तुम्हे हर बात बताना अच्छा लगता है!
रोती हो तुम आंख से मेरा दिल रोता है - तुम्हारे दर्द से दर्द मुझे भी होता है!
प्यार है तुमसे तुम प्यार आखरी हो मेरा - तुमसे खुशी और तुमसे है दर्द मेरा!
जन्मदिन पर ये प्यारे अल्फाज़ सिर्फ तुम्हारे लिए!
आज से कविराज की हार जीत तुम्हारे लिए!
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