जाने ना किसको यह बतानी है,
अपने धुन में चलती रहती यह,
हर एक किस्से में किरदार सयानी है।-
Author of 11 solo books & 3 with collaboration, 1 compiled book
..औरत ... read more
जब सहारा मिला तुम्हारा, ख़ुद से ही हम हारे हैं,
सारे जहांँ की खुशियाँ, अपने जीवन में पधारे हैं।-
अधिकार जताना अब सज़ा से गहरा रूप है,
ख़ुद जियो और जीने दो, यही सत्य स्वरूप है।-
अब जताना छोड़ दो, ना दिखाओ अधिकार,
प्रेम बस मन में निहित, यही है सही उपचार।-
प्रेम एक भाषा है,
सबकी अभिलाषा है।
प्रेम से ज्योत है,
भावनाओं का स्रोत है।
प्रेम अनुराग है,
मन का विभाग है।
प्रेम एक भावना है,
सत्य और साधना है।
जो प्रेम समझें हैं,
ख़ुद से ही जूझे हैं।
-
मेहबूबा जैसी प्यार करती है।
जताती कुछ भी नहीं कभी,
सन्नाटों में इकरार करती है।।
आँखों से बहती नदी है जब,
तकिए पर ख़ुद को संवारती है।
गुमनाम जिंदगी जीती है वो,
बिताए हर लम्हे को नापती है।
मोहब्बत का दुसरा नाम है,
जिसको वो दुलार कहती है।
-
Darker the way, brighter the destination,
Deeper the wound, lighter the imagination.
The more you go into the worthless world,
You will be trapped into wordless explanation.-
क्या तुम और मैं एक हो सकतें हैं???
-------------------------------------------
एक सवाल मन को झंझोड़ रही है,
उत्थल पुत्थल हो रही भावनाओं संग डुबकी मार रहें है,
क्या तुम और मैं एक हो सकतें हैं .....
( पूरी रचना अनुशीर्षक में)-