माटी में मिले माटी पानी में पानी
ऐ जिंदगानी तेरी बस इतनी सी कहानी
छू कर गया जो तुझको वो तो एक सपना था।
सोच लिया तूने कैसे कि वो तेरा अपना था।
माटी में मिले माटी पानी में पानी......
ऐ ज़िदंगी तेरी.......
मतलबी दुनिया और मतलबी लोग यहां
मेरे अपनों ने ही,यहां खेली शतरंज की बाजी है।
हारी मैने भी हस कर के यहां ज़िदंगी की हर एक
बाज़ी है।
माटी में मिले माटी पानी में पानी...
ऐ जिंदगानी तेरी......
(स्व रचित)- Latikaaa
15 APR 2019 AT 18:59