जली को आग कहते है, बुझी को राख कहते है, और जिस पर हर पत्ता रंगीन, उसे मोहब्बत की साख कहते है. - Kavi Agyat
जली को आग कहते है, बुझी को राख कहते है, और जिस पर हर पत्ता रंगीन, उसे मोहब्बत की साख कहते है.
- Kavi Agyat