कैंची जैसी चलने वाली
मेरी तेजतर्रार जुबान
तब से खामोश है,
जब से किसीं ने
मेरे चेहरे से हँसने का
गुरुर ही छिन लिया था।-
26 NOV 2018 AT 15:31
कैंची जैसी चलने वाली
मेरी तेजतर्रार जुबान
तब से खामोश है,
जब से किसीं ने
मेरे चेहरे से हँसने का
गुरुर ही छिन लिया था।-