कभी कभी इंसान बहुत थक जाता है,रिश्ते निभाते निभाते,सफाई देते देते,औरअपनो को मनाते मनाते। - कुणाल गौड़
कभी कभी इंसान बहुत थक जाता है,रिश्ते निभाते निभाते,सफाई देते देते,औरअपनो को मनाते मनाते।
- कुणाल गौड़