14 DEC 2017 AT 16:35

सुनते तो बहुत हैं पर देखते नहीं हैं,
लाचारियों को दूसरों की।
जानते तो बहुत हैं पर महसूस नहीं करते हैं ,
कमजोरियों को दूसरों की ।
हम इंसान हैं हर चीजों को तौला करते हैं ,
फिर वो मोल रिश्तों का हो या फिर इंसानों का।।

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