तुम मिलो मुझे हरबार प्रिये
तुमसे मिली हार ना हार प्रिये
तुम हंसकर तोड़ो एक दफ़ा,
मैं टूटूँगा हर बार प्रिये॥(तुम)
एक चाँद गगन में आता है,
एक चाँद ज़हन में आता है
जो चाँद ज़हन में आता है,
तुम उसकी छायाकार प्रिये॥(तुम)
मैं ज़िंदा हूँ ख़ुद में मरकर
बस देना थोड़ा प्यार प्रिये(तुम)
-