ये गिनना जब शुरू किया तो
वक़्त कम पड़ गया
कहने को तो बहुत कुछ पाया हमने
पर जो गंवाया वो भी कुछ कम न था
पैसा खूब कमाया हमने
पर इस दौड़ में लोग कुछ पीछे छूट गए
वो संगी साथी पीछे छूट गए
जिनके साथ मिलकर एक ख्वाब देखा था हमने
ख्वाब आसमान को छूने का था
जिसे पाया हमने
पर वो साथ जब छूट गया तो
बहुत कुछ खोया भी हमने
- Kanchan Mehta