और निकलने ही वाला होता हूं तेरे होंठो के जाल से मोहतरमालेकिन पगली तब मुझे तेरी जुल्फे घेर लेती हैं - Sundaram_Shreya
और निकलने ही वाला होता हूं तेरे होंठो के जाल से मोहतरमालेकिन पगली तब मुझे तेरी जुल्फे घेर लेती हैं
- Sundaram_Shreya