नाम लिखने से शायरियाँ अपनी नहीं होतीदिल तुड़वाना पड़ता है कुछ दिल से लिखने के लिए - मीत
नाम लिखने से शायरियाँ अपनी नहीं होतीदिल तुड़वाना पड़ता है कुछ दिल से लिखने के लिए
- मीत