Yes I talk a lot but
With myself!-
दिल का सूनापन जब तन्हाई में शोर मचाता है
जाने कहाँ से अश्क़ों का कारवां निकल आता है-
जेहन में कुछ फ़िक्र सी है
दिल में कई अंदेशे हैं
कहीं ये मन भटकता है
किस बात के संदेशे हैं
कैसी ये बेक़रारी है
कुछ तो दुनियादारी है
कुछ उलझन है कुछ बेचैनी
जगने की कुछ तैयारी है
दिल में बसती एक सूरत
जज़्बातों का शोर बहुत
आँखों में ये रात कटे
कैसी ये है कैफ़ियत
शायद दूर कोई जागे
मुझको वो रबसे मांगे
है ये मोहब्बत की आमद
कुछ जुड़ते से हैं धागे-
Happiness of life is
not the count of your friends,
but the friends you can count on...
-
कोई शाम चाँद-तारों से सजाकर इस ख़्वाहिश को शहनाई दे जाओ....
या मेरी उम्मीद को मुस्तक़िल रिहाई दे जाओ.....-
नहीं चाहिए कोई प्रधानता
काम नहीं आती महानता
एक दिन के गुणगान से
मिल नहीं जाती समानता
बहुत हो चुका गौरव वंदन
नारि शक्ति का महिमा मंडन
कोई सुन ले अंत ह्रदय का
मौन शब्द में करुणा क्रंदन
-
एक जोड़ी क़दमों के निशान
साथ चलते चलते कहीं ग़ुम हो जाते हैं
दश्त है सेहरा है तन्हाई है
थोड़ी तपन है
थोड़ी थकन है
दूर तक कोई शज़र नहीं जो साया देदे
यादें हैं दर्द है रुसवाई है
क्योंकि एक जोड़ी....-
एक हुज़ूम सा उमड़ पड़ा था अश्क़ों का,
सरेआम क़त्ल हुआ था किसी के ऐतबार का....-
अमावस की अँधेरी रैन है
ये दिल बड़ा बेचैन है
चाँद की यह इक कला है
लाख तारे पर इक ख़ला है
कटते नहीं अब हिज़्र के दिन
दूरियों का यूँ सिलसिला है
रहरहकर बरसते नैन हैं
ये दिल बड़ा बेचैन है
काश जल्दी चाँद चमके
तो मिरा दिल थोड़ा दमके
रात पलके अब न झपके
दिन गुज़रते राह तकते
जुड़ गया किसी से चैन है
ये दिल बड़ा बैचैन है
अमावस की अँधेरी रैन है
ये दिल बड़ा बेचैन है-