मंजिल मिल ही जाएगी,भटकते ही सही,गुमराह तो वो है,जो घर से निकले ही नहीं. - Mr.writeovert
मंजिल मिल ही जाएगी,भटकते ही सही,गुमराह तो वो है,जो घर से निकले ही नहीं.
- Mr.writeovert