जंग तो खुद ही एक मसला है जंग क्या मसलों का हल देगी
आग और खून आज बक्से गी
भूख और प्यास कल देगी
नेताओं की सत्ता की भूख जंग जैसे माहौल पैदा कर देगी
क्या राजनीति के आगे इंसानियत खत्म होगी
जंग तो खुद ही एक मसला है जंग क्या मसलों का हल देगी
नफरतों के दौर में एक मोहब्बत की हवा सुकून पैदा कर देगी
- IKRAM HIND
27 FEB 2019 AT 23:38