हिंदी
वो शब्द नही वो ज्ञान थी
वो भाषा नही पहचान थी,
इज्जत क्या चीज वो तो इज्जतदार थी
शान बढ़ाने का औजार थी,
करते थे हम सब उस पर गर्व
मनाते थे मिलकर उसका पर्व,
लेकिन,बीच मे जाने कौन आ गया
हिंदी को बर्बाद कर गया,
अब हिंदी बोलने में लोगों को शर्म थी
पर नई भाषा भी अभी गर्म थी,
पर...
आएगी एक दिन ऐसी क्रांति
हिंदी जलेगी ज्वाला की भांति,
क्योंकि,
"हिंदी से हमें कोई जुदा नही कर सकता
इंग्लिस में हमें कोई फिदा नही कर सकता,
और हिंदी बनेगी एक दिन राष्ट्र भाषा
इस बात को झूठा कोई खुदा नहीं कर सकता ।"- Jindagi
25 SEP 2019 AT 10:17