18 JUL 2018 AT 21:58


पिछली बारिश के अरमान मुझे याद है
जो होने थे पूरे आज की बारिश में
इमारत ढह रही है आज अरमानो की
जो हो न सकी बारिश मेरी इबादत की

- Hi10