*इंसान दो मामलों में बेबस है;*
*"दुख" बेच नहीं सकता;...!!*
*"सुख"खरीद नहीं सकता;...!!*
*मुसीबतें रुई से भरे थैले की तरह होती हैं;*
*देखते रहेंगे तो बहुत भारी दिखेगी;*
*और उठा लेंगे तो!!*
*एकदम हल्की हो जायेंगी;...!!*
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20 NOV 2019 AT 20:44
*इंसान दो मामलों में बेबस है;*
*"दुख" बेच नहीं सकता;...!!*
*"सुख"खरीद नहीं सकता;...!!*
*मुसीबतें रुई से भरे थैले की तरह होती हैं;*
*देखते रहेंगे तो बहुत भारी दिखेगी;*
*और उठा लेंगे तो!!*
*एकदम हल्की हो जायेंगी;...!!*
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