*झूठ कहते हैं कि संगत का हो जाता है असर...!**काँटों को तो आज तक महकने का सलीका नहीं आया...!!* - 811
*झूठ कहते हैं कि संगत का हो जाता है असर...!**काँटों को तो आज तक महकने का सलीका नहीं आया...!!*
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