रूठे सूजन मनाइए....जो रूठे सौ बार,रहिमन फिरि फिरि पोइए....टूटे मुक्ता हार,✍️हरेश परमार - हरेश परमार
रूठे सूजन मनाइए....जो रूठे सौ बार,रहिमन फिरि फिरि पोइए....टूटे मुक्ता हार,✍️हरेश परमार
- हरेश परमार