14 JUL 2019 AT 13:26

जो दिखता है वही बिकता है यहाँ
कला का शहर नहीं
बिक्री की खड़ी मंडी है यहाँ
तुम भी व्यापारी बन जाओ अब "दीप" जी
शब्दों का जौहरी आजकल
कम ही दिखता है यहाँ
-deep'DEEP'

- SORROW_AND_ME