कुछ चाहतों को,यूँही बस बुना है।हाँ मैंने ज़िन्दगी,को चुना है। -
कुछ चाहतों को,यूँही बस बुना है।हाँ मैंने ज़िन्दगी,को चुना है।
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अपनी कीमत खो देता हूँ,मैं अक्सर रो देता हूँ।जब र्दद गहरा जाता है,पलकें यूँहीं भिगो देता हूँ। -
अपनी कीमत खो देता हूँ,मैं अक्सर रो देता हूँ।जब र्दद गहरा जाता है,पलकें यूँहीं भिगो देता हूँ।
जिसपर ना कोई वाद विवाद है,बेटी वो आशीर्वाद है।जिससे हो जाता हर एक संवाद है,बेटी वो आशीर्वाद है।जिस घर होती हैना होता अपवाद है।बेटी वो आशीर्वाद है।बेटी वो आशीर्वाद है। -
जिसपर ना कोई वाद विवाद है,बेटी वो आशीर्वाद है।जिससे हो जाता हर एक संवाद है,बेटी वो आशीर्वाद है।जिस घर होती हैना होता अपवाद है।बेटी वो आशीर्वाद है।बेटी वो आशीर्वाद है।
टूट जाए एक झटके से,मोहब्बत इतनी ना कच्ची मिले।अगर मिले कभी तो,बस सच्ची मिले। -
टूट जाए एक झटके से,मोहब्बत इतनी ना कच्ची मिले।अगर मिले कभी तो,बस सच्ची मिले।
संयम, धैर्य, सबर का फसना है, ज़िन्दगी कुछ यादों का छोटा सा खज़ाना है। -
संयम, धैर्य, सबर का फसना है, ज़िन्दगी कुछ यादों का छोटा सा खज़ाना है।
शहरशहर की दस्तान यूँ तो अधूरी हो गई,तेरे होने से ये पूरी हो गई।जाने कैसे तुझसे,दूरी हो गई।कुछ तेरी मजबूरी हो गई,कुछ मेरी मजबूरी हो गई।शहर की दस्तान यूँ तो अधूरी हो गई,तेरे होने से ये पूरी हो गई। -
शहरशहर की दस्तान यूँ तो अधूरी हो गई,तेरे होने से ये पूरी हो गई।जाने कैसे तुझसे,दूरी हो गई।कुछ तेरी मजबूरी हो गई,कुछ मेरी मजबूरी हो गई।शहर की दस्तान यूँ तो अधूरी हो गई,तेरे होने से ये पूरी हो गई।
There There is a day,There is a night.Some problems are easy,Some are tough to fight.Some are there,To make you tight.There is a pain,when you reach the height.Do not think too much,They are there to test you right.There is day,There is a night. -
There There is a day,There is a night.Some problems are easy,Some are tough to fight.Some are there,To make you tight.There is a pain,when you reach the height.Do not think too much,They are there to test you right.There is day,There is a night.
. किसीकिसी के गम का,हिस्सा बन जाते हैं।अनकहा-सा कोईकिस्सा बन जाते हैं।छोट़ा ही सही ,मदद का हाथ बढ़ाते हैं।कुछ तुम बढ़ो,कुछ हम बढ़ जाते हैं।माहामारी के इस दौर से,मिलकर लड़ जाते हैं।ना हो वज़ह फिर भी,खुशी से थोड़ा भर जाते हैं।किसी के गम का,हिस्सा बन जाते हैं ।स्वरचित -
. किसीकिसी के गम का,हिस्सा बन जाते हैं।अनकहा-सा कोईकिस्सा बन जाते हैं।छोट़ा ही सही ,मदद का हाथ बढ़ाते हैं।कुछ तुम बढ़ो,कुछ हम बढ़ जाते हैं।माहामारी के इस दौर से,मिलकर लड़ जाते हैं।ना हो वज़ह फिर भी,खुशी से थोड़ा भर जाते हैं।किसी के गम का,हिस्सा बन जाते हैं ।स्वरचित
माँदुआएँ जिसकी दवाओं-सा,असर करती हैं।कुछ यूँही जो,बसर करती है।बिन बोले मुझपर,रहमो नज़र करती है।छीन लाएगी रब के दर से भी,प्यार इस कदर करती है।खुशियाँ जो अपनी,सारी अज़हर करती है।दुआएँ जिसकी दवाओं-सा,असर करती है।बिन बोले मुझपर,रहमो नज़र करती है। -
माँदुआएँ जिसकी दवाओं-सा,असर करती हैं।कुछ यूँही जो,बसर करती है।बिन बोले मुझपर,रहमो नज़र करती है।छीन लाएगी रब के दर से भी,प्यार इस कदर करती है।खुशियाँ जो अपनी,सारी अज़हर करती है।दुआएँ जिसकी दवाओं-सा,असर करती है।बिन बोले मुझपर,रहमो नज़र करती है।
खोजनामाँयूसी में मुस्कान खोजना,अपनी एक पहचान खोजना।छिपी हुई यादों में,मुश्किल है वो याद खोजना।भीड़ में लोगों की,कुछ लोग अनजान खोजना।हाँ मुश्किल है दुनिया में,खुद-सा कोई इंसान खोजना। -
खोजनामाँयूसी में मुस्कान खोजना,अपनी एक पहचान खोजना।छिपी हुई यादों में,मुश्किल है वो याद खोजना।भीड़ में लोगों की,कुछ लोग अनजान खोजना।हाँ मुश्किल है दुनिया में,खुद-सा कोई इंसान खोजना।