19 JUL 2019 AT 11:39

मुठ्ठी में कुछ सपने लेकर,
भरकर जेबों में आशाएं ।

दिल में है अरमान यही,
कुछ कर जाएं… कुछ कर जाएं….

सूरज-सा तेज़ नहीं मुझमें,
दीप -सा जलता देखोगे ।
अपनी हद रौशन करने से,
तुम मुझको कब तक रोकोगे

- GULFAM MOTIVATION