21 MAR 2022 AT 22:31

कमबख्त इश्क के कारनामे कमाल के हैं..
रोती हुई रातों में, आंसू बेमिसाल से हैं..
कलाकारी के लिए उठाई थी ये कलम,
अफ़सोस कागज के हर पन्ने पर, कफन के काफिले बेहिसाब से हैं.. 😢
GABBAR CHOUDHARY

- Guru