मेरे बजूद को को क्यों समेटते जा रहे हो,क्यों हर रोज़ जंगलो को काटते जा रहे हो...! - @Drunken_author
मेरे बजूद को को क्यों समेटते जा रहे हो,क्यों हर रोज़ जंगलो को काटते जा रहे हो...!
- @Drunken_author