2 APR 2018 AT 18:34

ख़्वाबिदा चश्मों मे तिरा यूं रोज़ो-शब आना...
मुज़तर कल्ब को यूं हर दफ़ा बहलाना...
बारे खु़दाया । नासज़ा है अब तो...
बन्दे-इश्क से मेरा यूं रिहा हो जाना...

- Dronika