तहे दिल से दिल के तह तक उतरा हूँ, बनकर नश्तर खुद को खुद ही चुभा हूँ। - (...Mukhtar A.Ansari...)
तहे दिल से दिल के तह तक उतरा हूँ, बनकर नश्तर खुद को खुद ही चुभा हूँ।
- (...Mukhtar A.Ansari...)