इश्तेहार दे दो के ये दिल खाली है...
वो जो आये थे किरायेदार निकले.....-
Dlp Chauhan
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Joined 11 August 2018
11 JUL 2022 AT 19:06
10 JUL 2022 AT 21:03
ग़म और खुशी में फर्क न महसूस हो जहाँ,
मैं दिल को उस मक़ाम पे लाता चला गया।-
16 JAN 2022 AT 10:43
झूठ बोला है तो कायम भी रहो उस पर जनाब,
आदमी को "साहब-ए-किरदार" होना चाहिए।-
15 JAN 2022 AT 10:05
चाले ही चलनी हैं.. तो शतरंज खेलो...
इसके लिये.. रिश्ते मुनासिब नही है जनाब..!-
10 JAN 2022 AT 21:25
अकेली हो जाती है दुनियाँ...
जब माँ कहती हैं,
तू भी कुछ सीख ले ,,
मैं कब तक साथ रहूँगी..!-
10 JAN 2022 AT 9:51
एक एक कर के.. कत्ल हो रही थी, फिर भी...
हम अपनी ख्वाहिशों की.. एक कतार देखते रहे..!-
3 JAN 2022 AT 22:13
वो थक गयी थी, भीड़ में चलते हुए...
उसके बदन पर अनगिनत आँखो का बोझ था।-