Diwakar kumar Gupta   (Diwakar Gupta ✍️)
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Joined 30 November 2017


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Joined 30 November 2017
16 SEP 2021 AT 11:35

जब पास ना हो समय
तो खास ना बनो किसी के।

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15 SEP 2021 AT 12:06

Freedom is everything, especially when you're independent.

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15 SEP 2021 AT 3:31

~🔸Arrange Marriage🔸~


Love is beyond sex.
And sometimes, for going beyond, one needs to go through it.

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14 SEP 2021 AT 13:33

जो लोग हिंदी दिवस की बधाई दे रहे हैं,
उनमें से कुछ को हटा दूं तो बाकियों को ३९, ४२, ९१, ९६ & ९९ की हिंदी वर्तनी भी नहीं आती होगी।

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14 SEP 2021 AT 2:30

I die the day I don't grow!

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13 SEP 2021 AT 6:09

बेहद ख़ास है वो,
खुशनसीब हूँ मैं कि मेरे पास है वो।
टूटते तारों से मांगी गई हुई अरदास है वो
जैसे अंधेरे में पूनम-सा आभास है वो॥
जुगनू के साँसो से टिमटिमाता हुआ प्रकाश है वो
जैसे कड़ी-धूप में भी बारिश का एहसास है वो
खुशनसीब हूँ मैं कि मेरे पास है वो॥।

दिल के करीब, मेरी कविता की सांस है वो,
कविता के शब्दों पर पहुँच ने तक की तलाश है वो
और मिल जाने पर, कविता पूरे हो जाने का एहसास है वो।
मिलो दूर है कही पर लगता है जैसे आस-पास है वो,
मैं इमोशनल सेंटी सा, उसके उलट बिंदास है वो
खुशनसीब हूँ मैं कि मेरे पास है वो॥

सोमवार को मिलने जैसी अवकाश है वो,
खानाबदोशियों के लिए ठहरने का निवास है वो।
मुझमें विकास और मेरा विश्वास है वो,
मेरी गुणवत्ता की वृद्धि में अभ्यास है वो,
गणित का हिसाब मैं और चलती फिरती इतिहास है वो,
समझ जो आए न, वैसी कोई उपन्यास है वो॥
अंधेरे में तीर चलाने जैसी क़यास है वो,
प्यारी है और थोड़ी बदमाश है वो
खुशनसीब हूँ मैं कि मेरे पास है वो॥।

मेरे जीवन के इम्यूनिटी के लिए चवनप्राश है वो,
पर इन दिनों थोड़ी-सी हताश है वो,
और सब ठीक होगा ऐसा विश्वास क्यों है?
क्योंकि उसके हर सुख-दुख में पास हूँ मैं।

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11 SEP 2021 AT 4:37

Dur rehne ki adat nahi mujhe!

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10 SEP 2021 AT 20:28

I'm that person jiske har situation par ek bollywood ka gana jarur fit ho raha hota hai.😂😂

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9 SEP 2021 AT 1:34

दुख इस बात का नहीं कि उसे दुख है,
दुख इस बात का है कि वह अपने आंसू पोंछने भी नहीं देती मुझे।

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6 SEP 2021 AT 10:54

There's a slight difference between self-care, selfless & selfishness.

When you have something, that's enough for you, someone asks you to part it with him/her and you denied because you don't have more than enough, that's self-care.

When you have something, that's enough to you, someone asks you to part it and you give it away even though that's not more than enough, that's selfless.

When you have something, that's more than enough for you, someone asks you to part it and you denied, that's selfishness.

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