अभी भी तुम्हारी खुशबू से मेरा जिस्म महक रहा है और तुम्हें गिला है, हम तुम्हें भूल गए क्यों न कुछ लम्हें फिर से साथ बिता लें। - ©Divyasha Om
अभी भी तुम्हारी खुशबू से मेरा जिस्म महक रहा है और तुम्हें गिला है, हम तुम्हें भूल गए क्यों न कुछ लम्हें फिर से साथ बिता लें।
- ©Divyasha Om