मिलन की खुशी
बता देती है
बिछोह का दर्द,
छलक पड़ते हैं
आंसू
आंख से
पिघल जाता है
मन
बर्फ जैसे,
ठहर जाते हैं
शब्द
मूर्ति बनकर
पीता रहता है
आदमी चेहरे को
मन ही मन
तृप्त भाव से।- Panchhi🐤
18 MAY 2019 AT 20:52
मिलन की खुशी
बता देती है
बिछोह का दर्द,
छलक पड़ते हैं
आंसू
आंख से
पिघल जाता है
मन
बर्फ जैसे,
ठहर जाते हैं
शब्द
मूर्ति बनकर
पीता रहता है
आदमी चेहरे को
मन ही मन
तृप्त भाव से।- Panchhi🐤