वो तुम्हारा बुरा भी करते हैं, बहुत बुरे से बचाने के लिए,उस भगवान पर थोड़ा और विश्वास रख, वो कई बार दुकानों में बिक जाते हैं, किसी का घर चलाने के लिए। -
वो तुम्हारा बुरा भी करते हैं, बहुत बुरे से बचाने के लिए,उस भगवान पर थोड़ा और विश्वास रख, वो कई बार दुकानों में बिक जाते हैं, किसी का घर चलाने के लिए।
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अब मुझे किसी की हवस नहीं, तेरे आने के बाद, महफ़िल में किसी को खबर नहीं, कि तू भी मुझे न मिला। -
अब मुझे किसी की हवस नहीं, तेरे आने के बाद, महफ़िल में किसी को खबर नहीं, कि तू भी मुझे न मिला।
तुम्हारे जाने पर एक ये सुकून होगा, जो अपना बनाना चाहेगा, उसी का हो जाऊंगा मैं, कि लाश खुद कंधे नहीं बदलती। -
तुम्हारे जाने पर एक ये सुकून होगा, जो अपना बनाना चाहेगा, उसी का हो जाऊंगा मैं, कि लाश खुद कंधे नहीं बदलती।
मैं थोड़ा सा बेईमान हो जाऊंगा, तुम्हारे चरित्र का दाग बनने से पहले, मैं तुमसे अंजान हो जाऊंगा। -
मैं थोड़ा सा बेईमान हो जाऊंगा, तुम्हारे चरित्र का दाग बनने से पहले, मैं तुमसे अंजान हो जाऊंगा।
जब कभी चांदी उगेगी तुम्हारे बालों पर, तुम मुझे हसीन लगती रहोगी, क्या होता है एक शायर का इश्क, ये बताऊँगा तमाम उम्र अपने शब्दों से तुम्हारा श्रृंगार करके । -
जब कभी चांदी उगेगी तुम्हारे बालों पर, तुम मुझे हसीन लगती रहोगी, क्या होता है एक शायर का इश्क, ये बताऊँगा तमाम उम्र अपने शब्दों से तुम्हारा श्रृंगार करके ।
किसी साहिबा की तरह प्यारी है वीरानियत मुझे, खुद की तलाश में, मैं यहाँ आ जाता हूँ । -
किसी साहिबा की तरह प्यारी है वीरानियत मुझे, खुद की तलाश में, मैं यहाँ आ जाता हूँ ।
एक तितली बैठी थी मेरी हथेली पर, अब सांप आते हैं मेरा हाल पूछने। -
एक तितली बैठी थी मेरी हथेली पर, अब सांप आते हैं मेरा हाल पूछने।
कितना कुछ बीत गया दो अल्फ़ाज़ में,एक आस में, एक काश में । -
कितना कुछ बीत गया दो अल्फ़ाज़ में,एक आस में, एक काश में ।
तुम हर शाम आती थी मेरा हाल पूछने,लगता है अब तुम्हारे शहर में शाम नहीं होती । -
तुम हर शाम आती थी मेरा हाल पूछने,लगता है अब तुम्हारे शहर में शाम नहीं होती ।
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