हम कौन हैं, जो रोक सकें आपको जनाब?
जी भर के अपना घर औ' मुक़द्दर संवारिए।
छोटी-सी इल्तिजा है अगर हो क़ुबूल तो
पहले नज़र से अपनी चश्मा उतारिए।
(दिनेश दधीचि)- Dinesh Dadhichi
4 MAY 2023 AT 11:49
हम कौन हैं, जो रोक सकें आपको जनाब?
जी भर के अपना घर औ' मुक़द्दर संवारिए।
छोटी-सी इल्तिजा है अगर हो क़ुबूल तो
पहले नज़र से अपनी चश्मा उतारिए।
(दिनेश दधीचि)- Dinesh Dadhichi