हर शायरी मेरी अधूरी रह जाती है, तुम पढ़ती ही नहीं तो मुकम्मल कहा से हो,, - Sam
हर शायरी मेरी अधूरी रह जाती है, तुम पढ़ती ही नहीं तो मुकम्मल कहा से हो,,
- Sam