8 JUN 2019 AT 22:04

कितने कमज़र्फ़ होते हैं ये गुब्बारे, चन्द साँसों में ही फूल जाते हैं

ज़रा सा ज़मीन से क्या उठते हैं, अपनी औक़ात भूल जाते हैं

- 🇮🇳dil_e_naada✍️