जय माता दी -
जय माता दी
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जय माता दी । -
जय माता दी ।
" मां "तेरे से ऐसा भी क्या रिश्ता है ... ?दर्द कोई भी हो याद तेरी ही आती है ... !!जय माता दी । -
" मां "तेरे से ऐसा भी क्या रिश्ता है ... ?दर्द कोई भी हो याद तेरी ही आती है ... !!जय माता दी ।
मुनासिब समझो तो सिर्फ इतना ही बता दो ..." मेरी मां "दिल बेचैन है बहुत कहीं तुम नाराज तो नहीं ... ? -
मुनासिब समझो तो सिर्फ इतना ही बता दो ..." मेरी मां "दिल बेचैन है बहुत कहीं तुम नाराज तो नहीं ... ?
रुठे जो जिंदगी तो मना लेंगे हम मिले जो गम तो निभा लेंगे हम ...!बस तुम साथ रहना " मेरी मां "रोती आंखों से भी मुस्कुरा लेंगे हम ...!! -
रुठे जो जिंदगी तो मना लेंगे हम मिले जो गम तो निभा लेंगे हम ...!बस तुम साथ रहना " मेरी मां "रोती आंखों से भी मुस्कुरा लेंगे हम ...!!
जगतजननी मांसारी दुनिया छोटी पड़ जाती है लेकिन भगवान का घर और मां का आंचल कभी छोटा नहीं पड़ता ...! -
जगतजननी मांसारी दुनिया छोटी पड़ जाती है लेकिन भगवान का घर और मां का आंचल कभी छोटा नहीं पड़ता ...!
कहने को तो बहुत कुछ हैबताने को कुछ नहीं ,दिल में एहसास बहुत है पर जताने को कुछ नहीं ...!जिंदगी खेल ही तो है जीने की वजह कुछ नहीं ,कहने को तो सभी अपने हैं साथ देने को कुछ नहीं ....!यूं तन्हाइयों में शोर बहुत है पर ढूंढो तो कुछ नहीं ,वैसे तो मैं ही सब कुछ हूं पर मेरा वजूद कुछ नहीं ....!! -
कहने को तो बहुत कुछ हैबताने को कुछ नहीं ,दिल में एहसास बहुत है पर जताने को कुछ नहीं ...!जिंदगी खेल ही तो है जीने की वजह कुछ नहीं ,कहने को तो सभी अपने हैं साथ देने को कुछ नहीं ....!यूं तन्हाइयों में शोर बहुत है पर ढूंढो तो कुछ नहीं ,वैसे तो मैं ही सब कुछ हूं पर मेरा वजूद कुछ नहीं ....!!
सुना था लफ्जों से रिश्ते खराब होते हैं ....!हमें तो उनकी खामोशी बर्बाद कर गई ....!! -
सुना था लफ्जों से रिश्ते खराब होते हैं ....!हमें तो उनकी खामोशी बर्बाद कर गई ....!!
सुनो .....कहा था न तुमसेकि इतनी बातें मत करो .... !देखोखत्म हो गई न ..... !!! -
सुनो .....कहा था न तुमसेकि इतनी बातें मत करो .... !देखोखत्म हो गई न ..... !!!