31 MAY 2018 AT 21:27


अनुमोदना

वंदन करता हूँ इन्हें ,करता हूँ तप का गुणगान।
७८ मासखमण की ओर अग्रसर है जो,अपने आप में तप की एक मिसाल॥
आत्मबल जिनका हिमालय से भी ऊँचा है,जिनके कदम २३के उपवास मे १૪k.m.के विहार के लिये रुके नही ।
इतनी ऊर्जा कैसे आ जाती है इनमे, उस चमत्कार उस शक्ति को मेरा नमस्कार ॥
ऐसे साधु संत हैं "रामेश शासन"में उनको वंदन मेरा बारम्बार ।
शासन दीपक पुज्य श्री अशोक मुनी जी को वंदन है मेरा बारम्बार ॥
इनकी तप से हम युवा भी प्रेरित होते है ,अपनी तप कि आभा से जो संघ को प्रजवलित करते है ।
मन सोचता है केसे कर लेते है इतनी भीषण गर्मी में उपवास ॥
फिर उस उपवास को मासखमण में परिवर्तित कर लेते हैं।
धन्य है ऐसा जीवन, धन्य हैं ऐसी जीवन शैली ॥
धन्य हैं ऐसे गुरु भक्ति ,धन्य हैं ऐसा जिन शासन।
धन्य हैं आप मुनिवर अंतर्मन से आपके तप की अनुमोदन मे करता हूँ ॥
॥ रायपुर श्री संघ की ओर से आपकी सुख साता मे पूछता हूँ ॥

धर्मेन्द्र पारख
समता युवा संघ
रायपुर


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