6 APR 2018 AT 15:53

नजरें झुकी तो हया बन गयी ।
नजरे उठी तो वफ़ा बन गयी ।
हम तो यूं ही गुजरे थे उनकी गली से
उनकी एक नजर
दर्दे दिल की दवा बन गयी।।

देवांश पराशर

- Devansh Parashar